नेता जी का सत्ता
नेता जी का सत्ता
मैं इंसान हूँ इंसान ही रहने दो
मुझे जनजाति में ना बाटो नेता जी
कभी हिन्दू तो कभी मुश्किल का
बाटाधार करके वोट ना माँगो नेता जी
नफरत का जहर जहन में ना डालो
हम इंसान को वोट के लिए ना मारो
हमें मुल्क से माँ बाप ने भेद भाव नहीं सिखाया था
तुम्हारे दशहत गर्दिशो से मारे मारे फिरते हैं नेता जी
इसका फायदा उठा देश का बाटाधार करते हो
फैला नफरत की आग रोटी सेंकते हो
कभी मन्दिर कभी मस्जिद पर लडा़ते हो
वर्षो पहले की मोहब्बत पर पानी फेर देते हो
अपने फायदा के लिए देश को भी नहीं छोड़ते हो
बनकर रंगबाज नेता देश को लुटते हो
चुनावी दंगल में मीठा मीठा बोलते हो
बड़े प्यार से फिरकी वोटरो का लेते हो
दिखा कर अपने को समाजसेवी नेता जी
देश दुनिया को लुटते फिरते हो
अपने बातो की अल्फाज में उलझा कर
देश प्रेम का गीत गाते फिरते हो नेता जी
इंसानो के ऊपर राज करते हो
अपने इसी काला बाजारी से नेता जी
महेश गुप्ता जौनपुरी
मोबाइल – 9918845864
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