ग़लतफ़हमी

चरखे से अगर आजादी मिलता,
हमें सेना की जरूरत न होता l
चरखे से हिंदुस्तान चलता,
हिन्द मे कोई विशेष ना होता l
न हिंदू मुसलमान होता,
सभी हिंदुस्तानी पूत कहलाता l
न करगिल, न चीन से युद्ध होता,
सही मायने मे भाई – भाई कहलाता l
विश्व क्रम में पहला स्थान होता,
चारो तरफ नमो: नमो:होता l
वीरों की शहादत न होता,
न जालियावाला कांड होता l
चरखे ने साजिस रचा,
हिन्द को बेवकूफ़ बनाया l
पर अब ना चल पाएगा,
निस्वार्थ शहीदों को दिल में बसाएंगे l
शहिदों के आगे श्रद्धा के सुमन बरसाएंगे ll
Rajiv Mahali

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चरखे से अगर आजादी मिलता, हमे सेना की जरूरत न होता l चरखे से हिंदुस्तान चलता, हिन्द मे कोई विशेष ना होता l न हिंदू…

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