चिकित्सकों को नमन है मेरा
चिकित्सकों को नमन है मेरा,
चिकित्सकों का है आभार
कठिन समय में साथ है थामा,
बीमारों का हाथ है थामा
है संजीवनी इनके हाथों में,
आधा रोग भगे,इनकी बातों से
मरणासन्न में फूंक दे जान,
धरती पर दूजे भगवान
चिकित्सकों को मेरा प्रणाम,
चिकित्सक हैं कितने महान ।।
*****✍️गीता
इसी कारण डॉक्टर को
भगवान माना गया है
क्योंकि हमारे लिए वह
कोरोना काल में भी
जान जोखिम में
डालकर हमारी
जान बचाते हैं
मेरा भी नमन है सभी
स्वास्थ्य कर्मियों एवं चिकित्सकों को
कविता के भाव को समझने और उसकी सुंदर समीक्षा हेतु आपका हार्दिक आभार प्रज्ञा जी । बहुत बहुत धन्यवाद
कवि गीता जी की बहुत सुन्दर रचना है, समसामयिक रचना है। पूरे विश्व में फैली इस कोरोना महामारी ने मानव समाज को भीतर तक हिला दिया है। ऐसे में चिकित्सा का क्षेत्र जीवन को बचाने का हरसंभव प्रयास कर रहा है। आपने बहुत सुंदर पंक्तियाँ लिखी हैं, आप हमारी ओर से धन्यवाद की पात्र हैं।
—सतीश पाण्डेय, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखंड।
इतनी सुन्दर और प्रेरक समीक्षा हेतु आपका बहुत बहुत आभार सतीश जी और मेरी रचना का भाव समझने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद
अति सुंदर काबिले तारीफ रचना, ❤✍👌👌👌
बहुत बहुत धन्यवाद ऋषि जी
अतिसुंदर रचना
सादर धन्यवाद भाई जी बहुत बहुत आभार 🙏