कौन है सच्चा कौन झूठा…!!
कौन है सच्चा कौन है झूठा
यह तो है किस्मत का फेर
तू अच्छा बनके खेलता
है नफरत का खेल,
है नफरत का खेल खेलता
तू अच्छा बन,
बनकर तू अच्छा दिखला ना बच्चा बन
ना बच्चा बन तू ऐसे पकड़ा जाएगा
किसी दिन तेरा यह खेल तुझी पर उल्टा पड़ जाएगा।।
वो दिन दूर नहीं
मुंह की वो खाएंगे
तभी से अच्छे दिन भी आएंगे
आपकी इतनी सुंदर समीक्षा से मन गदगद हो उठा शब्द नहीं मिल रहा है आपको धन्यवाद बोलने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद आपका मेरी हौसला अफजाई के लिए
दो गले लोगों तथा आस्तीन के सांपों पर
सुंदर तथा सटीक
व्यंजना की है आपने,
एसे लोग समाज के लिए
अत्यंत घातक सिद्ध होते हैं