डूब तुझमें भी तुझको छू ना पाया
तेरे दिल के रंग सुनसान से पाए
तेरी आँखों में ख्वाब वीरान से पाए
तेरे मन की उमंगें निर्जन सी पाई
तेरी राहे ख़ुद से अनजान सी पाई
तेरे मन की बातें बेजान सी पाई
तूने होगा मेरा प्यार अधूरा पाया
डूब तुझमें भी तुझको छू ना पाया
……यूई
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