ड्रग्स रैकेट..!!
ड्रग्स रैकेट से देश होता जा
रहा है छिन्न-भिन्न
कहाँ से शुरू हुई थी सुशांत की कहानी
जाकर कहाँ पहुँची
सितारों की जिन्दगानी
मर रहा है देश का भविष्य गरीबी में
ड्रग्स लिए जाते हैं यहाँ
अमीरी में
युवा गरीबी, बेरोजगारी में
मरता जा रहा है
फिल्मों का आशियां
किस गर्त में डूबा जा रहा है ?
ड्रग्स लेकर बेजान की जाती है जवानी
क्या हिन्दुस्तानी खून में अब रहेगी
नशे की रवानी !
जिन्दगी को मौत के मुह में ढकेलती
जा रही है
नशे की लत देश को कहाँ ले जा रही है ?
कब्र में जा रही हैं लाशें
और युवा बेखबर है
सुशांत की मृत्यु का राजदार
आज भी अपने घर है..!!
विषय गंभीर है
दिल में एक पीड़ है ।
गंगाजल जिसको समझा
वह गटर का गंदा नीर है।।
सोचनीय ़़वाह वाह प्रज्ञा जी
उस कलम को सलाम ।
जिसने दिया ये पैगाम।।
धन्यवाद सर आपके निर्मल स्वभाव के आगे मैं नतमस्तक हूँ..
अमीर युवा वर्ग में फैलता ये जहर इस पीढ़ी को कहां ले जाएगा भगवान ही जाने । एक तरफ तो युवा वर्ग बेरोज़गारी से जूझ रहा है, और दूसरी तरफ ये सब कुछ… ये संदेश देती हुई बहुत शानदार रचना है प्रज्ञा जी आपकी प्रतिभा को सैल्यूट ।
Thanks di
सुन्दर
Thanks
बेहतरीन
Thanks