बच्चों में हैं भगवान
जब बच्चों में हैं भगवान,
फिर क्यों मम्मी पापा खींचे कान
क्योंकि कभी-कभी भगवान,
शैतानी करने लगते हैं,
बन करके नादान
शोर मचाते हैं दिनभर,
चुप हो जाएं तो है इनका एहसान
अपनी मन मर्जी से सोएं-खाएं,
जब मन हो तब उधम मचाएं।
हाथ जुड़वा कर ही दम लेते,
ये तो हैं सचमुच भगवान।।
_____✍️गीता
अतिसुंदर भाव
बहुत-बहुत धन्यवाद भाई जी 🙏
बहुत सुंदर
बहुत-बहुत धन्यवाद पीयूष जी
अति सुंदर अभिव्यक्ति
धन्यवाद सुमन मैम
हाथ जुड़वा कर ही दम लेते,
ये तो हैं सचमुच भगवान।।
— बहुत उम्दा प्रस्तुति
समीक्षा हेतु हार्दिक धन्यवाद सतीश जी