मैं मर जाऊं तुम्हारे बिन
**** तुम्हारे बिन****
कोई धड़कन ना कोई सांस तक पाऊं तुम्हारे बिन,
तुम्ही कह दो कि आखिर अब कहां जाऊं तुम्हारे बिन l
खुदा से आज सजदे में यही फ़रियाद करता हूं,
तुम्हारा आईंना हूं मैं बिखर जाऊं तुम्हारे बिन l
तुम्हारे साथ के एहसास ने थामे रखा है मुझको,
अगर तुम छोड़ दोगे तो किधर जाऊं तुम्हारे बिन l
तुमसे इक कदम का फासला भी मुझसे कहता है,
मैं बाकी क़्यूं रहूं, जां से गुजर जाऊं तुम्हारे बिन l
मैं जब भी जिन्दगी पाऊं तुम्हारा साथ हो मुझको,
इस फेहरिश्त से वरना उबर जाऊं तुम्हारे बिन l
तुम्हारे बिन मेरा जीना तो मुमकिन है नहीं लेकिन,
इजाजत दो तो चुपके से मैं मर जाऊं तुम्हारे बिन ll
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-Er Anand Sagar Pandey
lajabaab 🙂