कृष्णलीला

*कृष्ण लीला*

तू दधि चोर तो; तोही न छोडूं,
पकड़ बांह तोरे; कान मरोड़ूँ !
लल्ला मेरो मोही हिय ते प्यारा
तोसे कुढ़त गोकुल ब्रिज सारा

*खा सौं अब तू मोरी,*
*न करिहउँ अब मै चोरी* !!

जग के पालक: जननी के बालक,
प्रहसन करते; जग संचालक !
जड़ चेतन बंशी सुन हिलते!!
ग्वालन संग जमुना तट मिलते,

*खा सौं अब तू मोरी,*
*न करिहउँ अब मै चोरी* !!

गाय चरैया, पर्वत को उठइया,
बिषधर को, जमुना में मरैया !
पुरबाशिन को लाज न आवत,
मोरे लल्ला को, चोरी लगावत!!

*खा सौं अब तू मोरी,*
*न करिहउँ अब मै चोरी* !!

धीरेन्द्र प्रताप सिंह “धीर”
भूत पूर्व सैनिक
रायबरेली (उत्तर प्रदेश)

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

Kaha chupe ho mere syamre

ओ श्यामरे कहां छुपे हो मोरे श्यामरे, तेरे दरस को अखियां तरस गई मोरे श्यामरे, मेरे मन मंदिर में तू ही तू बसा मोरे श्यामरे,…

ओ मैया! मोरी

ओ मैया! मोरी पीर बड़ी दुखदायी सब कहें मोहे नटवर-नागर माखनचोर कन्हाई। तेरो लाला बरबस नटखट कब लघि बात छपाई। ओ मैया! तेरो कान्हा माखन…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

  1. मै एक भूत पूर्व सैनिक हूँ !
    भावनाओं का उदगार असीमित है परन्तु शब्द और लेखनी सीमित !
    आपके शुभाशीष को ही शाबाशी मानूंगा !
    जय हिन्द

New Report

Close