दया भाव रखो
अपनी आंखों में
दया भाव रखो
मदद करो गरीबों की
उनकी सेवा में खपो।
मिलेगा सुख स्वयं के भीतर से
कभी हरि नाम जपो,
मदद में लगो।
अपनी आंखों में
दया भाव रखो
मदद करो गरीबों की
उनकी सेवा में खपो।
मिलेगा सुख स्वयं के भीतर से
कभी हरि नाम जपो,
मदद में लगो।
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वाह क्या बात है, बहुत बढ़िया
बहुत बहुत धन्यवाद जी
सुन्दर अभिव्यक्ति
बहुत बहुत धन्यवाद जी
वाह, क्या ख़ूब लिखा है।बहुत सुंदर भाव। प्रत्येक भाव को बहुत ही सलीके से लिखते है सर, इस विलक्षण प्रतिभा को सलाम ।
आपके द्वारा की गई इस सुंदर समीक्षा हेतु हार्दिक अभिवादन करता हूँ। आपने भाव को ग्रहण कर समीक्षा दी, सादर धन्यवाद, गीता जी
बहुत खूब, wow
Thanks जी
Very nice
Thank you ji
अतिसुंदर
बहुत आभार जी
जय हो गजब, too good
बहुत बहुत धन्यवाद प्रज्ञा जी
बहुत सुंदर भाव
सादर धन्यवाद जी