Categories: शेर-ओ-शायरी
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कैसे होते हैं……!
कैसे होते हैं……! ——————————— कोई पहचान वाले अनजान कैसे होते हैं जानबूझ कर कोई नादान कैसे होते हैं बदलता है मौसम वक़्त और’लम्हें सुना हेै–…
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम……
एक आस दिल की, एक विश्वास ज़िन्दगी को वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम दिल को जिसकी चाहत, करी दिल ने जिसकी…
प्रार्थना
घऽरे में रहबय कतेक दिन पिया ई कोरोना कें डऽर सॅ। बाल बच्चा सुरक्षित रहथि सदा तेॅ न निकसब घऽर सॅ।। भुक्खल नेना भुक्खल हमसब…
घने अंधेरे भी बेहद जरुरी होते हैं….
घने अंधेरे भी बेहद जरुरी होते हैं….. घने अंधेरे भी बेहद जरुरी होते हैं बहुत से काम उजाले में नहीं होते हैं। उडऩा चाहेंगे जो…
तुम होते तो शायद
**तुम होते तो शायद और बात होती** सहर तो अब भी होती है, सूरज अब भी निकलता है फलक़ पर, मगर मैं सोचता हूं कि…
,सुंदर
Thank you sir
वाह
धन्यवाद जी
दीये की लौ बुझती रही,
सिर्फ़ नफ़रत ए हवा से
Very nice, thank you
thanks
बहुत उम्दा
रिश्तो में विश्वास का होना बहुत जरूरी है अगर शक नाम की दीवार बीच में आ जाएं तो रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चलता।
सुन्दर भाव
बहुत बहुत-बहुत धन्यवाद
अतिसुंदर
धन्यवाद