Related Articles

मैं अकेला….

मैं अकेला था अकेला हूँ अकेला रह गया, ज़िन्दगी की धूप छाँव सब खुशी से सह गया। टूटा हूँ पत्ते सा क्यूँकि मेरी सूखी डाली…

डरता हूं

बढती हुई कट्टर हिंदुओं की अराजकता पर कुछ लाइनें   अब बाहर निकलने से भी मैं डरता हूं अपनी गोल टोपी पहनने से डरता हूं…

वनवास की असहज यात्रा पर आर्यन ( गीत )

अब आर्यपुत्र आर्यन सिंह का हृदय सांसारिक वस्तुओं से हटकर बैराग्य की तरफ आकर्षित होने लगा सो उन्होने विशुद्ध सरल भावनाओं को लेखनी के माध्यम…

Responses

+

New Report

Close