चलो शांति की ओर

शांति की ओर ..
प्रकृति में खो जाओ,
मंत्रमुग्ध से हो जाओ ।
कुछ पल डूबे रहो जल में ,
बैरागी से बन जाओ।
तृष्णा त्यागो ,
चलो प्रेम की ओर ।
मन के कानों से,
बांसुरी सुनो।
चलो शांति की ओर…
निमिषा सिंघल

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