पहली बारिश
पहली बारिश….।
आज सुबह से बारिश
रुकने का नाम नही ले रही
जानती हो,
पहली बारिश याद आ गयी,
उस रोज देर तक बस स्टॉप पर
ठहरे रहे,
अजनबी से,तुम मुझसे अनजान थी
और मैं भी….
ये बारिश भी सडकों को जाम कर गयी थी
न बसों का चलन
न कैब कोई,मेरा रुम तो नज़दीक़ था
और लगभग सूरज भी
नींद में ही था,
तो मैने पूछ ही लिए के,
गर आपको,ठीक लगे तो कुछ देर
पास में मेरा रुम है
कुछ देर ठहर जाओ
और किसी को कॉल करके
बुला लेना,
…..ठीक
पर….
उस दिन रात को ठीक 11:11 मिनट
पर वो पहली बारिश थमी,
उन वक़्त 6 से 11 के बीच का वक़्त
साथ बैठे बातों और चाय की
चुस्कियों में बीत गया,
आज की बारिश,याद दिलाती है
उस दिन की,
कुछ खास तो नही पर
उसका होना बहुत खास था
और….पहली बारिश……।
-कुमार किशन
Nice
nice
नहीं
👏👏
वाह
बहुत खूब
पहली बारिश पहला प्यार पहली नौकरी इनका अपना ही आनंद होता है अरे आनंद आपकी कविता से प्राप्त हो रहा है