भावना-सद् भावना

भावना सद्भावना
( 12-मात्रा )

स्वच्छंद वितान में
मानवीय विधान में
शब्द की झंकार में
गीत मधुर सुहावना
भावना सद्भावना ..।

तन में दिव्य शक्ति हो
दिल में प्रेम भक्ति हो
सदा मित्र के भाव हो
उसे सदा सराहना
भावना सद्भावना .।

कालिमा से दूर हों
सत्कर्म में चूर हो
भारत का विकास हो
है यही बस कामना
भावना सद्भावना..।

नहीं शोषित वर्ग हो
मजहब पर न द्वंद हो
शांति दूत सदा रहे
यही जीवन साधना ..
भावना सद्भावना..।

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