कैसे जिया जाए जीवन ??
कैसे जिया जाए यह जीवन
नीरस-नीरस लगता जीवन |
बह जाती है सांस कहीं तो
बह जाती है धड़कन |
रूठ जाएं कभी सारे अपने
बन जाएं कभी गैर भी अपने |
उपजे मन में बछोह के बादल
बरसे आंसू बन नैनन |
कैसे जिया जाए जीवन??
कैसे हो जीवन पावन ??
बहुत दर्द है आपकी रचना में
उत्तम रचना
Tq
Great
JAY ram JEE ki
Tq
बहुत सुंदर
Tq
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