Categories: शेर-ओ-शायरी
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मै माँ हूँ, मैं बेहतर से जानती हूँ
1. मै माँ हूँ मैं बेहतर से जानती हूँ मेरा नाम अनु मेहता हूं, मैं भी के माँ हूँ मेरी बेटी भी 15 महीने की…
गुड़िया बेचते बेचते
आज कुछ लिखने का मन किया ,इस मंजर को देखते एक गुड़िया खुद ही सो गयी, गुड़िया बेचते बेचते सुबह से भूखी प्यासी, बाजार में…
बेटी
गांव गांव में मारी जाती, बेटी मां की कोख की, बेटी मां की कोख की, बेटी मां की कोख की।। जूही बेटी, चंपा बेटी, चन्द्रमा…
हम उस देश के वासी है ।।
हम भारत के वासी है, संस्कृति हमारी पहचान है । सारी जहां में फैली हुई, हमारी मान-सम्मान है । सादगी है हमारी सबसे निराली, अजब…
इस बार की नवरात्री
इस बार घट स्थापना वो ही करे जिसने कोई बेटी रुलायी न हो वरना बंद करो ये ढोंग नव दिन देवी पूजने का जब तुमको…
बढ़िया
Thanks
Very good
Thanks
सुन्दर
उम्दा
लाजवाब