Categories: शेर-ओ-शायरी
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
दोस्ती से ज्यादा
hello friends, कहने को तो प्रतिलिपि पर ये दूसरी कहानी है मेरी लेकिन सही मायनो मे ये मेरी पहली कहानी है क्योकि ये मेरे दिल…
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वाह वाह बहुत खूब
धन्यवाद पीयूष जी ।🙏
Bahut khoob
सादर आभार कमला जी🙏 बहुत बहुत धन्यवाद ।
Aayehaaye
हा हा हा, कल्पना है यदि आपको खूबसूरत लगी है
तो हार्दिक धन्यवाद ।
Ji bahut
Thank you Pragya ji.
कवि गीता जी की इन पंक्तियों की भरपूर रूमानियत समाई हुई है। बहुत सुंदर प्रस्तुति, बेहतरीन
Thank you satish ji
Waah
Thank you Joshi ji
Wow nice
Thank you chandra ji
सुंदर
सादर धन्यवाद भाई जी 🙏