Categories: शेर-ओ-शायरी
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नज़र ..
प्रेम होता दिलों से है फंसती नज़र , एक तुम्हारी नज़र , एक हमारी नज़र, जब तुम आई नज़र , जब मैं आया नज़र, फिर…
लाइफ इन सिटी
थकी – थकी – सी है यह बेज़ार ज़िंदगी अब इसे थोड़े आराम की ज़रूरत है पसीने – पसीने हो गई है जल – जल…
गीत- बेवफा हो सकता नही |
गीत- बेवफा हो सकता नही | इश्क हो और रुसवाई न मिले हो सकता नहीं | मेरे बिन तू और तेरे बिन मै रह सकता…
छत्तीसगढ़ के घायल मन की पीड़ा कहने आया हूँ।
मैं किसी सियासत का समर्थन नहीं करता हूँ। भ्रष्टाचार के सम्मुख मैं समर्पण नहीं करता हूँ॥ सरकारी बंदिस को मैं स्वीकार नहीं करता हूँ। राजनीति…
मैं सह सकता हूं।
मैं अखण्ड हूं, प्रचंड हूं, निडर हूं ,अजर हूं, संतोषी हूं , मुस्कराती हुई ख़ामोशी हूं, कड़े दर्द से लड़ सकता हूं, मैं सह सकता…
बहुत ख़ूब
धन्यवाद
सुन्दर रचना
Tq
Nice