बहाना
उसको समझना बड़ा मुश्किल होने लगा,
कोई भी बहाना न उस पर चलने लगा,
छोटी से न जाने कब बड़ी हुई मेरी बेटी,
के अब चिंता में ये बाप हर दम डरने लगा।।
राही (अंजाना)
लगातार अपडेट रहने के लिए सावन से फ़ेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, पिन्टरेस्ट पर जुड़े|
यदि आपको सावन पर किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो हमें हमारे फ़ेसबुक पेज पर सूचित करें|
Neha - July 29, 2018, 5:34 pm
Nice
राही अंजाना - July 29, 2018, 5:40 pm
Thank you
Satish Pandey - July 31, 2020, 9:24 am
Nice
Abhishek kumar - July 31, 2020, 9:25 am
उम्दा