माँ

??????(मुक्तक)????????
?????????
माँ चरण आपके स्वर्ग का रूप है।
माँ सभी शक्तियो का मिला रूप है।
जिंदगी श्याम मेरी न होगी कभी।
माँ नजर आपकी प्रेम का धूप है।
?????????
रचनाकार अविनाश सिंह अमेठिया
(देवरिया) +919135481448

?????????

Related Articles

नज़र ..

प्रेम  होता  दिलों  से  है फंसती  नज़र , एक तुम्हारी नज़र , एक हमारी नज़र, जब तुम आई नज़र , जब मैं आया नज़र, फिर…

“काशी से कश्मीर तक सद्भावना यात्रा सन1994”

“काशी से कश्मीर तक सद्भावना यात्रा सन1994” किसी भी यात्रा का उद्देश्य सिर्फ मौजमस्ती व् पिकनिक मनाना ही नहीं होता | यात्राएं इसलिए की जाती हैं…

Responses

New Report

Close