Categories: हिन्दी-उर्दू कविता

Mithilesh Rai
Lives in Varanasi, India
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****जकड़ी है****
****जकड़ी है**** कुर्बानी से उपजी थी अब तस्वीरों में जकड़ी है, ऐ हिंद! तेरी आज़ादी सौ-सौ जंजीरों में जकड़ी है l हर…
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