Categories: मुक्तक
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वंशीधर श्री कृष्ण
राजनीति की बात कर राजनीति के लोग राजनीति ही कर रहे राजनीति के लोग राजनीति के गुरु रहे वंशीधर श्री कृष्ण जिन्होंने से खिला दिया…
आराध्य:- हे कृष्ण ! पुन: तुम आ जाओ
हे कृष्ण ! पुन: तुम आ जाओ हे कृष्ण ! पुन: तुम आ जाओ || कि अब ना बजती बंशी की धुन कहीं गइयों को…
*मांग की सिन्दूर रेखा*
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-4
जिस प्रकार अंगद ने रावण के पास जाकर अपने स्वामी मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चन्द्र के संधि का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था , ठीक वैसे…
गुड
Nice
👏