Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Tagged: शायरी

UE Vijay Sharma
Poet, Film Screenplay Writer, Storyteller, Song Lyricist, Fiction Writer, Painter - Oil On Canvas, Management Writer, Engineer
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रिश्तों की मौत
रिश्तों की मौत रिश्तों के मरने का है अपना ही अंदाज़ तासीर मरे रिश्तों की है लम्बी बीमारी सी पल पल मारती पर मरने…
नटखट, ओ लल्ला मोरे
नटखट, ओ लल्ला मोरे तू काहें मोहे खिझायों। संग सखा तू पुनि-पुनि मटकी पर नज़र लगायो।। सब ग्वालन से मिलकर झटपट माखन खायो। नटखट ओ…
ओ मैया! मोरी
ओ मैया! मोरी पीर बड़ी दुखदायी सब कहें मोहे नटवर-नागर माखनचोर कन्हाई। तेरो लाला बरबस नटखट कब लघि बात छपाई। ओ मैया! तेरो कान्हा माखन…
रंग दो मुझको साॅंवरिया
होली में मिलें कई रंग, रंग दो मुझको साॅंवरिया लाल, गुलाबी प्रेम रंग है, हो गई मैं तो बावरिया, रंग दो मुझको साॅंवरिया l हरा…
काश्मीर रुला दिया तुमने.
ये गज़ल मैने आस्तिन के सापो के लिये लिखी है जो कश्मीर मे है,अगर सही लिखा हो तो आप सबकी प्रतिक्रिया चाहता हु, ********************************** अपनो…
वाह