Categories: ग़ज़ल
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
हवा
वसंती आयी वसंती आयी देखो देखो वसंती आयी साथ में हरियाली लायी फूलों की महक लायी भौरो को संग लेकर आयी ओंस की बूदो को…
कागज पे हालाते-दिल लिखते हुये इक दिन मौत आ जानी है
कागज पे हालाते-दिल लिखते हुये इक दिन मौत आ जानी है मुझे मरते , तड़पते , बिलखते हुये इक दिन मौत आ जानी है !!…
दोस्ती से ज्यादा
hello friends, कहने को तो प्रतिलिपि पर ये दूसरी कहानी है मेरी लेकिन सही मायनो मे ये मेरी पहली कहानी है क्योकि ये मेरे दिल…
गजल- भूख के मारे हुये है |
गजल- भूख के मारे हुये है | भूख ले आई शहर हम भूख के मारे हुये है | छोड़ चले शहर को हम भूख के…
Very very nice poem
बहुत खूब, बहुत ही लाजवाब सर
बहुत खूब, बहुत बढ़िया
बहुत खूब, अतीव सुन्दर
Nice line
कवि सतीश जी की बहुत ही खूबसूरत रचना, बहुत ही सुंदर धुन है कविता की । सुबह की किरण, नई रोशनी, वाह बहुत ही ख़ूबसूरत
अंदाज़ और अल्फ़ाज़ से सुशोभित बहुत ही शानदार प्रस्तुति
शानदार कविता
बहुत खूब