वक्त मुश्किलों से भरा है
हम सब परेशान है
ये वक्त ही मुश्किलों से भरा है
सब रास्ते है खुले
और सड़के भी साफ है
एक किनारे पर है चलना
दुसरे पर मौत है
ज़िंदगी की इस सफर में
सब मौत से डरा है
हम सब परेशान है
ये वक्त ही मुश्किलों से भरा हैं
हर कोई कोशिशें कर रहा है
ज़िंदगी में खुशियाँ लाने की
हर एक की ये चाह है
की ज़िंदगी में हो खूशी
ज़िंदगी का दर्द है
और मौत का है खौफ
रोज रोज ये ज़िंदगी
रोज रोज ये मौत
मौत का है ज़ोर पर
जीने का फैसला हैं
हम सब परेशान हैं
ये वक्त ही मुश्किलों से भरा है।।
बहुत खूब
धन्यवाद
अति सुन्दर रचना वर्मा जी
धन्यवाद सर🙏🙏
Beautiful poetry
Thanks
सुन्दर
Thanks
बहुत खूब
धन्यवाद सर
ज़िंदगी का दर्द है
और मौत का है खौफ
______ समसामयिक माहौल पर यथार्थ चित्रण प्रस्तुत किया है कवि सुनील वर्मा जी ने अपनी रचना में, सुंदर अभिव्यक्ति
धन्यवाद 🙏🙏🙏
Nice
Great