Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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Jise Dekho use dhan ki darkaar h.. Dhan k abhaw me aadmi lachar h.. Dhan se hi chalti hmri darkaar h. Sarkari mahkame me Sirf…
एक भ्रमण स्वपन-लोक का
कभी कल्पना की गलियों में, जब कवि-रूप में मैं चली । फ़िर जो देखा स्वपन-लोक में , उसका वर्णन करने चली । सुन्दर शहर है…
मेरी अधूरी प्रेम कहानी
हजारों वजह है तेरे पास मुझसे दूर जाने की , एक वजह मुझे भी दे दो अपने पास आने की ! वादा है मेरा की…
हिन्दी गीत- तेरे रूप का सिंगार करूँ |
हिन्दी गीत- तेरे रूप का सिंगार करूँ | तेरे रूप का सिंगार करूँ | तुझपे दिल निसार करूँ | आंखो मे काजल लगा दूँ |…
भोजपुरी चइता लोक गीत 2- काला तिलवा ये रामा|
भोजपुरी चइता लोक गीत 2- काला तिलवा ये रामा| (श्रिंगार रस) गोरी-2 गलिया मे काला -2 तिलवा ये रामा| हथवा मे शोभेला सोना के कगनवा…
Kala dhan…
Ha…ha.
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