आतंक पालने वाले

आतंक को पालने वाले मत हमे आँख दिखाओ
घुन की तरह खोखला कर रहे हैं तुम्हें बचाओ
मानवता के लिए अभिशाप है आतंकवाद
जरा भी मानवता हो तो इसे दुनिया से हटाओ

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Responses

  1. आपके आने से सावन प्रसन्न है। आप शब्दों के जादूगर हैं। mind blowing कविताएं लिखते हैं। ऐसे ही लिखते रहिये। अच्छे से रचना को गढ़ते हैं।

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