” कोई निशानी भेज दो “
मन बहलाने को कोई निशानी भेज दो
नींद नहीं आती कोई कहानी भेज दो …..
संजीदा रहूँ हमेशा तेरी यादों में
मेहरबान बन कोई मेहरबानी भेज दो….
भा गया कुछ यूँ दिल को तेरा अपनापन
दीदार करने तस्वीर कोई पुरानी भेज दो ..
तड़प रहा हूँ कब से मिलने को
उम्मीद तुम कोई पहचानी भेज दो …
जो दिलोँ – जान से हो सिर्फ मेरी
ख़ुदा ऐसी कोई दानी भेज दो..
महसूस होती हैं अक्सर दिल को तेरी सिसकिया
ख़त में मेरी सुखनवरी कोई दीवानी भेज दो….
हाल – ए – दिल सिर्फ तुम से हो बयां
मंजूरी अपनी ना सही कोई बेगानी भेज दो …..
ख़ामोश हैं सागर – ए – दिल – ए – पंकजोम “प्रेम ”
तुम ख्वाईशें कोई तूफ़ानी भेज दो …
बहुत खूब दोस्त!
दीदार करने तस्वीर कोई पुरानी भेज दो …….bht khoob bhai
महसूस होती हैं अक्सर दिल को तेरी सिसकिया …..nice expression and exposition ….
Good
सुंदर शब्दों से सजी कविता