Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Tags: kavita
Ravikant Raut
A writer , A Poet , A Blogger , Real Life and Macro Photographer , Hobby-Chef , and Abstract Thinker
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रोज़ होती रही तेरे वादों की बरसात
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प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
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nice poetry sir!
Thanks Dear , i read your poetry they are very nice , may we be friends in facebook too
शानदार! Nice Poem Reflecting Commodification of Women
thanks for appreciation , may we be friends in facebook
thoughtful poem…nice 🙂
thanks ajay ji
वाह
बहुत खूब