Categories: शेर-ओ-शायरी, हिन्दी-उर्दू कविता
Panna
Panna.....Ek Khayal...Pathraya Sa!
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फ़िर बतलाओ जश्न मनाऊँ मैं कैसी आजादी का
आतंकी की महिमा मंडित मंदिर और शिवाले खंडित पशु प्रेमी की होड़ है फ़िर भी बोटी चाट रहे हैं पंडित भ्रष्टों को मिलती है गोदी…
घर और खँडहर
घर और खँडहर ईटों और रिश्तों मैँ गुंध कर मकान पथरों का हो जाता घर ज्यों बालू , सीमेंट और पानी…
हिन्दी गीत- तेरे रूप का सिंगार करूँ |
हिन्दी गीत- तेरे रूप का सिंगार करूँ | तेरे रूप का सिंगार करूँ | तुझपे दिल निसार करूँ | आंखो मे काजल लगा दूँ |…
हिज्र-ऐ-रात……
सुना था इश्क़-ऐ-हिज्र मैं आ जाती है मौत सबको मगर, हमें तो नींद तक नहीं आयी एक भी हिज्र-ऐ-रात में……….!! (d k)
अक़्ल
कुछ बेदर्द इंसानों ने अपनी अक्ल उतार कर रख दी, मासूम ज़िन्दगी की आईने में शक्ल उतार कर रख दी, दिन में लगे जो गहरे…
Good
Good
Bahut khoob