संसार परिवार

मानो अगर मानव संसार ही परिवार है
फिर क्यूँ उठा रहे बंदूक औ तलवार है
इंसानियत के नाते सहयोग सबका करना
कर्तव्य कर संसार में करना तुम्हें अधिकार है

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Responses

  1. संसार  को परिवार मानकर चलने की तथा आपस में मित्रता बनाकर रहने की सीख देती पाठक जी की बहुत ही सुंदर रचना

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