Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
अपहरण
” अपहरण “हाथों में तख्ती, गाड़ी पर लाउडस्पीकर, हट्टे -कट्टे, मोटे -पतले, नर- नारी, नौजवानों- बूढ़े लोगों की भीड़, कुछ पैदल और कुछ दो पहिया वाहन…
प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
मैं समझ नहीं पाता
मैं समझ नहीं पाता अपने ही देश में देशद्रोहिता के रहस्य मैं समझ नहीं पाता अपने ही देश में असहिष्णुता के मायने मैं समझ नहीं…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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बहुत सुंदर रचना, वाह
सच्चाई की डोर, तुझे ऊंचाई देगी,
नहीं हारने देगी जीत कदम चूमेगी,
**********भावी पीढ़ी को सच्चाई की राह पर अग्रसर रहने को प्रेरित करती है हुई कवि सतीश जी की बेहतरीन रचना ।आप बहुत सुंदर साहित्य दे रहे हैं समाज को सर ।छंद शैली की विशेषता लिए हुए अद्भुत कृति।
वाह बहुत बढ़िया रचना
बहुत श्रेष्ठ रचना
बहुत सुन्दर रचना
बहुत सुंदर रचना
अति सुंदर रचना