पढ़गो तभी लिखोगो

वही रचेगा नया रचना
जो पढ़ेगा किसी का रचना
————————-
माना कविता लिखना होता है ईश्वरीय वरदान
लेकिन कवि भी होता है एक प्रकार का हरि का खास संतान
——————————————————————-
राम भक्त विकास कुमार

Related Articles

Responses

+

New Report

Close