Categories: मुक्तक
Related Articles
प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
पुनर्विवाह (Part -2)
पुनर्विवाह (Part -2) विवाह संस्कार अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण हैं, किसी भी महिला के लिए विधवा होने के दर्द से बड़ा दर्द, दुनिया में…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
अपहरण
” अपहरण “हाथों में तख्ती, गाड़ी पर लाउडस्पीकर, हट्टे -कट्टे, मोटे -पतले, नर- नारी, नौजवानों- बूढ़े लोगों की भीड़, कुछ पैदल और कुछ दो पहिया वाहन…
एक सावन ऐसा भी (कहानी)
किसी ने कहा है कि प्रेम की कोई जात नहीं होती, कोई मजहब नहीं होता ।मगर हर किसी की समझ में कहां आती है…
Nice
बहुत बहुत धन्यवाद
यथार्थ पर आधारित रचना, समाज के सच को सामने लाया गया है।
भाव को समझने के लिए हार्दिक धन्यवाद
सुंदर
बहुत बहुत धन्यवाद शास्त्री जी
समाज में दिन प्रतिदिन हमारे बुजुर्गों सम्मान घटता जा रहा है
जिस मां ने छाती से चिपका कर रखा ,उसी को एक अलग कोठरी में मरने के लिए छोड़ दिया जाता है,बेटेअपनी पत्नियों के पैरों में पैर रखते
जब वो मृत्यु को प्राप्त होती है
फिर तरह तरह के पकवान बनाते हैं,भोज रखा जाता है
सच को दिखाती बहुत सुंदर रचना
बहुत सुंदर समीक्षा, कविता के समस्त भाव को आपने सुन्दर तरीके से प्रस्तुत किया। धन्यवाद
सुन्दर अभिव्यक्ति
Thank you
Well said
Thank you
धन्यवाद
समाज के चंद स्वार्थी पुत्रों पर तंज कस्टी हुई बहुत सुंदर प्रस्तुति
……. हृदय स्पर्शी रचना ।
बहुत बहुत आभार गीता मैम
“तंज कसती हुई”
बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत बहुत आभार