कालचक्र मौत का

पाबंदियों की धज्जियां उङाते, सीधे-सीधे संक्रमण को आमंत्रण देने निकल पङे ।
गजब की परिस्थितिया, चारों तरफ मंडराते मौत के बीच खुद को चुनौती देने निकल पङे ।
संकटकालीन दौर में जीते, मन बेचैन जिगर बेताब
जीने की लालसा, कैसे रखें फासला, हालात हैंखराब
अजीब सा भय लिए देखो सङक पर निकल पड़े ।
खुद पे लगी पाबंदी खुद ही हटाते चल दिए
पेट की आग ऐसी बढी, सवाल हैं कयी खङे
मौत के खौफ की धज्जियां उङाते निकल पङे ।
हमारे प्रतिनिधि का आचरण क्या अनुसरण योग्य है
खुद में मतान्ध वे कर रहे सत्ता का दुरूपयोग हैं
जनता के अंधत्व को हवा देने निकल पड़े ।
यह महामारी हमारी गलत क्रियाकलाप की देन है
बगैर भेदभाव के, गलत को दबोचने का यह खेल है
ग़लत है वही जो नियमों की अनदेखी कर निकल पड़े ।
अब भी सचेत हो कालचक्र की यह माँग है
अब तो नादानी छोङ दे जीवन का सवाल है
अनुशासन की खिल्ली उङाते क्यों निकल पङे ।

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

लॉक डाउन २.०

लॉक डाउन २.० चौदह अप्रैल दो हज़ार बीस, माननीय प्रधान मंत्री जी की स्पीच । देश के नाम संबोधन, पहुंचा हर जन तक । कई…

कोरोनवायरस -२०१९” -२

कोरोनवायरस -२०१९” -२ —————————- कोरोनावायरस एक संक्रामक बीमारी है| इसके इलाज की खोज में अभी संपूर्ण देश के वैज्ञानिक खोज में लगे हैं | बीमारी…

Responses

  1. बहुत ही सुंदर और यथार्थपरक अभिव्यक्ति, जो घटित हो रहा है उस पर सफलता से प्रकाश डाला गया है। बहुत खूब।

New Report

Close