गफलत में कहीं खो न दें हम
गफलत में कहीं खो न दें हम
दोस्ती उनकी,
ए खुदा ऐसा न हो
इतनी सी है गुजारिश।
मौसम समझ न आया
थोड़ी हवा है चंचल
बाहर है धूप निकली
भीतर लगी है बारिश।
गफलत में कहीं खो न दें हम
दोस्ती उनकी,
ए खुदा ऐसा न हो
इतनी सी है गुजारिश।
मौसम समझ न आया
थोड़ी हवा है चंचल
बाहर है धूप निकली
भीतर लगी है बारिश।
Please confirm you want to block this member.
You will no longer be able to:
Please note: This action will also remove this member from your connections and send a report to the site admin. Please allow a few minutes for this process to complete.
सुंदर
सादर धन्यवाद जी
Very nice
Thank you ji
अति सुन्दर भाव
आपको बहुत बहुत धन्यवाद
लाजवाब
Thank you ji
Kabil e tarif rachna
Thank you ji
सुन्दर अभिव्यक्ति
सादर धन्यवाद जी
वाह वाह
बहुत बहुत धन्यवाद जी
बहुत बढ़िया वाह
सादर धन्यवाद
धन्यवाद