“चाँद” #2Liner-110
ღღ__कल शब मिला था इक चाँद, हाँ “साहब” चाँद ही रहा होगा;
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मिले भी तो दूर से, प्यार पर गुरूर से, और दोनों ही मजबूर से!!….#अक्स
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Anirudh sethi - May 1, 2016, 3:23 pm
wah 🙂
Ankit Bhadouria - May 1, 2016, 10:39 pm
thanks a lottt Anirudh bhai…
anupriya sharma - May 1, 2016, 4:55 pm
nice 🙂
Ankit Bhadouria - May 1, 2016, 10:39 pm
thanks a ton Anu ji….
Kanchan Dwivedi - March 10, 2020, 6:02 am
Nice
प्रतिमा चौधरी - September 3, 2020, 11:02 am
वाह वाह
Pragya Shukla - April 17, 2021, 12:29 am
Very nice