बसन्त का आगमन
हवाओं ने मौसम का,
रूख़ बदल डाला।
बसन्त के आगमन का,
हाल सुना डाला।
नवल हरित पर्ण
झूम-झूम लहराए।
रंग-बिरंगे फूलों ने,
वन-उपवन महकाए।
बेला जूही गुलाब की,
सुगंधि से हृदय हर्षित हुआ जाए।
कोमल-कोमल नव पर्ण,
अपने आगमन से
जीवन में ख़ुशहाली का,
सुखद संदेशा लाए।
बीता अब पतझड़ का मौसम,
हृदय प्रफुल्लित हुआ जाए।।
_____✍️गीता
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Anu Singla - February 22, 2021, 9:56 pm
बहुत सुन्दर
Geeta kumari - February 23, 2021, 10:05 am
बहुत-बहुत धन्यवाद
Rakesh Saxena - February 23, 2021, 12:47 am
बसंत के आगमन पर बहुत सुंदर रचना
Geeta kumari - February 23, 2021, 10:05 am
बहुत-बहुत धन्यवाद सर
Pragya Shukla - February 23, 2021, 2:33 pm
वाह दी बहुत खूब
Geeta kumari - February 23, 2021, 4:22 pm
धन्यवाद प्रज्ञा
Rajeev Ranjan - February 24, 2021, 6:12 am
कमाल
Geeta kumari - February 24, 2021, 11:26 am
आभार सर 🙏