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ღღ__क्यूँ उड़ा-उड़ा सा लगता है, तुम्हारे चेहरे का रंग “साहब”;
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सब लोग तो कर रहे हैं, कि रंगों का त्यौहार आया है !!…..#अक्स
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Categories: शेर-ओ-शायरी
Ankit Bhadouria
A CA student by studies, A poet by passion, A teacher by hobby and a guide by nature. Simply I am, what I am !!
:- "AkS"
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nice bro
thanks a lottt Ajay bhai…..
हमारा रंग तो उनके आने से आता है……
होली हो या दिवाली, न रंग, न नूर हमें सुहाता है
bht khoob Anjali ji……Baat to apki b si h !!