Categories: शेर-ओ-शायरी
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गुड मॉर्निंग भेजा
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शायरी संग्रह भाग 1
मुहब्बत हो गयी है गम से, खुशियाँ अच्छी नहीं लगती। पहले दुश्मन मुहब्बत करते थे, अब दोस्त नफरत करते हैं।।1।। विकास कुमार कमति.. बदलते…
याद है आज भी वो दिन
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एक दूजे के तन से हम बदन को ढका करते थे, बहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति
खूब
वाह वाह
Wah kaya baat hai.
वाह
बहुत ख़ूब