हाथों में तेरा हाथ
शायद ख्वाब है, जो हाथों में तेरा हाथ है ।
एक चाँद आसमां में है, एक मेरे साथ है ।
तेरी सूरत चाँद की सूरत, है मरमरी मूरत,
तुझसा ना हँसीन कोई, तेरी क्या बात है ।
गर तू शम्मअ है, तो मैं भी हूँ परवाना,
बेशक बरसों पुराना, तेरा मेरा साथ है ।
कहते प्यार किया नहीं जाता, हो जाता है,
भीगे ‘देव’ के संग तू, प्यार की बरसात है ।
देवेश साखरे ‘देव’
सुन्दर रचना
धन्यवाद
Wah
धन्यवाद
Atisunder
धन्यवाद
Khub likha
शुक्रिया
वाह बहुत सुंदर
धन्यवाद
Wah
शुक्रिया
वाह
शुक्रिया
बहुत खूब