आओ कर दे हम आजादी भगत सिंह के नाम |
अंग्रेज रूपी कंश हेतु वह तो कृष्ण कलेवर था ,
करतूश को भोजन माना फंशी को जेवर था ,
वतन के लिये डर न पाया जेल की काली रातो से,
उसका वर्णन करू मैं कैसे कलम की अपनी बातो से ,
दे दी हमें आजादी लेकर खुद पर वो अंजाम ,
आओ कर दे हम आजादी भगत सिंह के नाम |
Waah
Thanx
Nice
thanx
thanx
BEHATAR
Good
वाह बहुत सुंदर
सुन्दर रचना