आज कुछ लिखने को जी करता है
आज कुछ लिखने को जी करता है
आज फिर से जीने को जी करता है
दबे है जो अहसास ज़हन में जमाने से
उनसे कुछ अल्फ़ाज उखेरने को जी करता है
लगातार अपडेट रहने के लिए सावन से फ़ेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, पिन्टरेस्ट पर जुड़े|
यदि आपको सावन पर किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो हमें हमारे फ़ेसबुक पेज पर सूचित करें|
anupriya sharma - November 26, 2016, 3:46 pm
Nice
Panna - January 14, 2017, 5:49 pm
shukriya
Ria - November 30, 2016, 9:29 pm
बहुत खूब
Panna - January 14, 2017, 5:49 pm
shukriya
मोहन सिंह मानुष - August 27, 2020, 2:32 pm
बहुत ही उम्दा