ღ दर्द ღ #2Liner-5
ღღ__दर्द की चाशनी में, डुबोना भी पड़ता है “साहब”;
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महज़ इल्म की शायरी में, मिठास नहीं आती !!……..#अक्स
“इल्म = ज्ञान”
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ek dam sahi kaha.. 🙂
shukriya sumit bhai…..
लाजवाब…बहुत खूब
shukriya anirudh ji…….:)
nice couplet ankit
really ?…….btw thaanq uuuu anupriya ji 🙂
शायरी इल्म से नही, दिल से होती है
जब तक न हो इसमें इश्क का नशा
शेर कहने में नहीं आता मज़ा…
सही कहा …….बहुत-खूब पन्ना जी……..और धन्यवाद्..!!
Very nice