काबिज जामे-लवो पर जलवा-ए शबाब हो गए

काबिज जामे-लवो पर जलवा-ए शबाब हो गए
घटा-ए जुल्फ मैखाना वलवला-ए रंगे चश्म शराब हो गए!?
-रमेश

Related Articles

आब-ए-चश्म

आब-ए-चश्म रातों में न आओ आँख में रात सोने दो, जरा आराम करने दो, सुबह को फिर वही, उनकी जुदाई याद कर के हम, बुला…

Responses

+

New Report

Close