चंद शेर

चंद शेर /मुक्तक

लाख करो साजिस बुनियाद हिन्द कोई हिला सकता नही |
क्रांतिबिरो बलिदान जवानो सहादत कोई भुला सकता नहीं |
श्याम कुँवर भारती [राजभर]

भारत की मिट्टी माथे तिलक चंदन लगाएंगे हम |
मातृभूमि के चरणों वंदनऔर सिस झुकाएँगे हम |
खाया नमक इस धरती नहीं नमक हरामी करेंगे |
जान जाये तो जाये बदला नमक चुकायेंगे हम |
श्याम कुँवर भारती [राजभर]

अखंड भारत खंड खंड क्या टुकड़े गैंग करेंगे |
छप्पन इंची सिनावाला नेटवर्क इनका हैंग करेंगे |
श्याम कुँवर भारती [राजभर]

हिला ना सकागे बुनियाद भारत जितना ज़ोर लगाके देख लो |
जल जाओगे खुद ही ताबे हिन्द मजहबी आग लगाके देख लो |
श्याम कुँवर भारती [राजभर]

है चट्टानी फौलादी इरादा नाम दुनिया हिदुस्तान रहेगा |
टकराएगा जो हमसे नामो नीसान ना चीन पाकिस्तान रहेगा |
श्याम कुँवर भारती [राजभर]

लहराएगा दूर गगन मगन हमारा झण्डा तिरंगा |
थर्राएगा दूर दुशमन जय पतित पावनी माता गंगा |
श्याम कुँवर भारती [राजभर]

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