नश्तर

कहीं दिल पे नश्तर , तो कहीं नश्तर पे दिल।
ज़माना खराब है ग़ालिब जरा संभल के मिल।।

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ग़ालिब

ग़ालिब के जन्मदिन पर सभी शायरों, कवियों को हार्दिक शुभकामनाये… ग़ालिब ये किस जहान में तू हमे छोड़ गया है ना सच्चाई है ना अफसाने…

ग़ालिब

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