खूब मनाओ तुम खुशी(कुंडलिया रूप)
खूब मनाओ तुम खुशी, इतना रख लो ध्यान, चमड़ी जिनकी खा रहे, उनमें भी है जान। उनमें भी है जान, मगर तुम खून पी रहे,…
खूब मनाओ तुम खुशी, इतना रख लो ध्यान, चमड़ी जिनकी खा रहे, उनमें भी है जान। उनमें भी है जान, मगर तुम खून पी रहे,…
मुबारक आपको नव बरस में खूब खुशियों से भरी हों वादियां, जो जुटे मेहनत में हैं हो जाएं उनकी चांदियाँ। जल्दी से हों जिनकी रुकी…
नए वर्ष के स्वागत का जोश पुराने के जाने की खुशी ऐसे मनाई जा रही है बोतलों बोतलें गटकाई जा रही हैं। बहाना अच्छा है…
वर्ष की आखिरी रात है थर्टी फर्स्ट मना रहे हैं लोग, मुर्गियां, बकरियां काट कर खुशियां मना रहे हैं लोग। किसी का नया वर्ष आ…
मन में हिम्मत रख सदा, हिम्मत है हथियार, हिम्मत वाला आदमी, हो जाता है पार। हो जाता है पार, सफलता पा जाता है, साहस से…
गीत गाते हुए खिलखिलाते हुए यह सफर काट लो गुनगुनाते हुए। दूर करते हुए सारी नाराजगी दोस्तों से मिलो मुस्कुराते हुए।
आज दिन में हमें चाँदनी है दिखी, तार झंकार दे रागिनी है दिखी। बात करते नहीं तो करें मत मगर आंख में चाह की कुछ…
आप बेकार में यूँ खफा हो गए दुश्मनों के हमारे सखा हो गए, प्यार में जो संजोये थे पल आपके नफ़रतों में सभी वे अदा…
मुस्कुराहट बिखेरो न यूँ ठंड में विघ्न डालो नहीं आज आनन्द में, मन है कोमल, जरा भोलेपन में भी है आज डालो नहीं आप फिर…
न जाइये इस तरह छोड़कर राह में, हम तो मर जायेंगे आपकी चाह में। बात मत कीजिये और से इस तरह हम तो हो जायेंगे…
बिना तुम्हारे इस ठंडक में बिस्तर से उठने का मन नहीं है, आ जाओ ना, चली आओ, उनके हाथ उनके साथ, ताजगी बनकर नाराजगी तजकर,…
शुभकामनायें, मित्रवर नववर्ष की हैं आपको, आपके होंठों में खिलती नित नयी लाली मिले, गीत में संगीत में अंतस व बाहर भीत में, धर्म में…
गरीब को भी इंसान समझना है तुम्हें क्या पता कब कहाँ मिल जायें भगवान तुम्हें। भूख क्या होती है यह भी समझना है तुम्हें, इंसान…
तुम्हारे बिना पाना पाना नहीं है तुमसे अधिक कुछ खजाना नहीं है, तुम तो हो ताकत, तुम तो हो हिम्मत, तुम्हें पास रखना है गँवाना…
खफा हो गए बस कारण न पूछो, पूछोगे भी तो बता न सकेंगे कुछ ही दिनों में फिर बोल लेंगे ज्यादा खफा भी रह न…
ठंड में लब फटे से रहते हैं आजकल वे कटे से रहते हैं, दूर कितना भी चले जायें पर दिल व साँसों से सटे रहते…
वही दिल जुड़ाता है करीब लाता है, फिर वही इस तरह से दूरियां बढ़ाता है। वो रब हमें इस तरह खेल ही खेल में कभी…
जो हो रहा है घटित अपने चारों तरफ उसे बयान कर दे ना मेरी कलम! लिख दे ना। जी रहे घर बिना लिबास बिना, ठंड…
अपनी आँखों में लगाकर रखिये थोड़ा काजल, बहुत ही रमता है, हम भी पहचान लेंगे रस्ते में मुँह में तो मास्क बंधा रहता है। जो…
ठंडक बढ़ रही है लगातार केवल तेरा अहसास गला रहा है जिंदगी में जमी बर्फ को, सर्द हवाएं नाजुक गालों से टकराकर अपने पैरों के…
इस भरी रात में आये निंदिया मीत तू रागिनी सुना दे ना ये जो दिनभर की आपाधापी थी तू मधुर बोल से भुला दे ना।…
वो लोट-पोट हो रहा था जमीन पर, जिस तरह केंचुआ तिनके से छूने पर फड़फड़ाने लगता है, वैसे वह बेचैनी से फड़फड़ा रहा था। किसी…
ठंड थी खूब पहाड़ों की ठंड, पानी मे कंकड़ जम जाते हैं पानी के नल तक फट जाते हैं, वो बाज़ार में भटकने वाला शराबी…
चल रही आंधियां हैं थपेड़े ठंड के हैं, लिख रहा बेजुबानी भाव कुछ मंद से हैं। फिजाँ झकझोरने को पास कुछ भी नहीं है नैन…
मुहब्बत के नशे में चूर रहना चाहता हूँ ए जिन्दगी मैं नफ़रतों से दूर रहना चाहता हूँ। इंसान हूँ, कमियां भी हैं, अच्छाइयाँ भी हैं,…
आ मेरे मीत आ जा बात मन की बता जा उग रहे भाव हैं जो मेरे मन को दिखा जा। छिपाना छोड़ दे तू कोपलें…
प्रेम वह है जो आंखों में, मन में दूजे के प्रति उमड़ चाहत के बीज उगा देता है, विरक्त और बुझे मन में, तत्क्षण अनुराग…
गीत भँवरे ने गाया मैं वहां चुप खड़ा था उसकी लय में बहक कर मन मेरा गुनगुनाया। सुगंधित सी हवा फूल ने जब बिखेरी, नासिका…
हौसला रख, न घबरा काम ले हिम्मत से तू जिन्दगी आसान होगी मंजिलें कदमों में होंगी। हो निराशा जब कभी दिल बैठ सा जाये अगर,…
एक छोटे से ढाबे के बाहर खड़ी होकर वो गुहार कर रही थी, रख लो ना इसे काम पर, ग्यारह बरस का हो गया है…
गुनगुनी धूप है इस ठंड में थोड़ा सहारा, अन्यथा हम बर्फ बनकर ठोस हो जाते। इस गली में गुजरते आपने देखा हमारी झोपड़ी को अन्यथा…
मन मेरे! कीट सा पतंगे सा इस तरह से अंधेरी रातों में रोशनी तरफ की न खिंचते जा झूठ के हाथ यूँ न बिकते जा।…
तृष्णा तुम भी अद्भुत हो मन में इतना रम जाती हो, ये भी मेरा वो भी मेरा सब कुछ मेरा हो कहती हो। पूरी कभी…
कर सकूँ यदि भलाई नहीं, तो बुराई करूँ क्यों भला आपको दे सकूँ यदि नहीं कुछ तो खुटाई करूँ क्यों भला। हो अगर कोई मुश्किल…
आत्मीयता कहीं खो गई है, वह शहर की गलियों में रो रही है। किसी को किसी से मतलब नहीं है, समन्वय की बातें खो गई…
भारी ठंड है वे सिंधु बॉर्डर पर धरने पर हैं, कई बुजुर्ग किसान धरने पर हैं। दस वर्ष के बच्चे तक धरने पर हैं। ठिठुरन…
माता-पिता को भूलकर तू चैन में खुद को समझ मत आज तेरा वक्त है फिर वक्त बदलेगा समझ ले । आज तू अपने में खुश…
रखो न हीन भावना बुलंद भाव से चलो, सदैव सिर उठा रहे कभी नहीं कहीं झुको। झुको उधर जिधर लगे कि सत्य की है भावना,…
क्या कोई हमें बतायेगा वो कौन निर्दयी होगा जंगल में आग लगाकर घर में चैन से सोया होगा। लपटों से जिंदा जलकर जो खाक हो…
मैं कभी तो खूब रोना चाहता हूँ, ठंड में मैं आग पीना चाहता हूँ, रात भर अकड़ा हुआ बेजान मत समझो, अभी तो और जीना…
खुद को नफा दिलाओ मगर जान बूझकर नुकसान दूसरे का करो ठीक नहीं है। चोरी छिपे गलत करो व साफ बन फिरो भगवान की नजर…
जो चलता है हरदम, सत्य पथ पर, उसे किसकी परवाह, क्यों हो डर। दूजे की उन्नति पर, प्रसन्न जो, वही दिशा देता है, जमाने को।…
गांव छूट गया मैं शहर में आ गया याद छूटी ही नही मन गांव में ही रह गया, तन शहर में आ गया। वो खेतों…
खिल रही है धूप दिन में तो जरा राहत सी है, रात काटूं किस तरह से भीति की आहट सी है। आपको मौसम सुहाना लग…
परिश्रम पथ पर कष्ट हैं, उनसे नहीं डरना तुम्हें, कंटकों को रौंधना है, लक्ष्य पाना है तुम्हें। विघ्न-बाधाएं अनेकों राह में आती रहेंगी, तोड़ने उत्साह…
जिंदगी की चली दौड़ है भागने में लगे आप-हम प्यार करने की फुर्सत नहीं है रोटियां खोजनी हैं जरूरी। पालना जिसको परिवार है उसको कैसे…
मौन का मतलब समझते हो पथिक? यह दवा है दर्द की जो दर्द को ज्यादा चढ़ाकर कम किया करती है मन का। आप तो बस…
साँस से भाप उड़ती रही, आपको भी दुराशय से देखा यह नजर पाप करती रही। मन किसी और पथ पर रमा था जीभ कर करके…
सड़कों के गड्ढे भर दो ना सचमुच विकास कर दो ना, जो किये वायदे हमेशा से उनमें दो-चार पूरे कर दो ना।
जिन्दगी में कमाते रहते हैं खूब रूतबा, व खूब पैसे हम जमा पूँजी को गिनते रहते हैं जमा में और जमा करते हैं। जोड़ने का…
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