*दीपावली अयोध्या की*
नभ से सुर सब देख रहे थे, धरा पे कितने दीप जले “जय श्री राम”, के उद्घोष से, गूंजी अयोध्या, सरयू के तीरे लाखों की…
नभ से सुर सब देख रहे थे, धरा पे कितने दीप जले “जय श्री राम”, के उद्घोष से, गूंजी अयोध्या, सरयू के तीरे लाखों की…
धनतेरस का पर्व है, सजे हुए बाज़ार, घर में अपने लाओ आज नए-नए उपहार दीपों से सजे हुए हैं, सबके आज सदन आपस में गले…
मिठाई की दुकान से कुछ दूर, एक निर्धन बालक को मैंने कुछ सिक्के गिनते देख लिया हां, मैंने उस बालक की आंखों में, एक सपना…
वो दूर तक फैला नीला आसमां, सांझ हो रही है,अब तो आजा ना ये लम्हे बिताऊं तुम्हारे साथ, आजा ना, करते हैं कुछ देर बात…
दीवाली की धूम मची है, रौनक है बाजारों में लेकिन तुम भूल ना जाना, सुन्दर-सुन्दर दिए बनाए अपने देश के कुम्हारों ने दिए मोल ले…
पटाखे नहीं जलाना इस बार, ये नियम अपनाना इस बार पवन प्रदूषित हुई हिन्द की, सांस सुलभ ना आएगी दीवाली का पर्व दोस्तों, बस दीपों…
सड़क किनारे बैठ कर, वो कपड़े सिया करता है सर्द हवा का झोंका, उसको भी दर्द दिया करता है कभी जलाकर आग, बदन ताप लिया…
आपको मिलता है जो, देखभाल और प्यार आपके ही व्यक्तित्व को, हमारी ओर से है उपहार.. *****✍️गीता
जब भी होती हूं उदास, बहुत याद आती हो मां याद आती हैं बचपन की बातें, मेरे लिए जागती, तुम्हारी रातें याद आता है…. तुम्हारा…
गुज़रे पलों को याद ना कर, ख़ुदा से उनकी फ़रियाद ना कर जो नसीब में है वो होकर रहेगा, तू कल के लिए… अपना आज…
थकान नहीं मुझे,आराम चाहिए तू दूर नहीं, मेरे पास चाहिए आंख लग जाए आज जी भर के मेरी, मां, तेरी गोदी का वही एहसास चाहिए..…
बच्चों का मंगल मनाती, आई अहोई-अष्टमी चांदी के मनकों की, मां, मंजुल माला पहनती मां दिन भर व्रत है करती चांदी के मोती-मनके पिरोकर बच्चों…
सात रंग की किरणें लेकर, सूर्य-देव का रथ आया सूर्य-रश्मि की सौगात लेकर, रौशन करता पथ लाया नई आशाएं लाता है प्रतिदिन, जीवन कुछ नहीं,आशा…
रात रूपहली रजत छिड़कते, झिलमिल तारों संग आ गए चंद्र-किशोर देख ऐसी छटा अम्बर पर, किसका मन ना हो विभोर एकान्त रात्रि, शान्त पवन है,…
महफ़िलों से डरने लगे हम, कोरोना का जबसे हुआ है सितम महकती थी जिन लोगों से ज़िन्दगी, उनसे अब मिलना हुआ है कम कम क्या,…
भाभी के पीछे-पीछे, देवर डोल रहा है भाभी-भाभी, कहता-कहता, देखो क्या बोल रहा है बोला, भाभी तुम सबसे सुन्दर भाभी बोली काम बताओ, यूं ना…
किसने कहा कि, बेटी पराई है ये वो शख्सियत है, इस दुनियां की जो मायके और ससुराल, दोनों जगह ही छाई है ससुराल में सब…
झुकता है फलों से लदा पेड़ सदा, सूखा पेड़ तो अकड़ता ही है, अकड़ उसकी ना, किसी काम की ना कोई फल है, ना छाया…
करवा पूजन चली सखी संग, देखो आज सुहागन आज चांद की राह देखती, पहन के चूड़ा, कंगन धूप,दीप से रौशन करती घर, गौरी मां से,…
आज सजूं साजन की खातिर, ओढ़ के सुर्ख चुनरिया हाथों में मेंहदी पिया नाम की, पहनूं लाल चूड़ियां माथे पर बिंदी चमके सदा, साजन तेरे…
याददाश्त अच्छी ना हो तो, अच्छा रहता है बेकरार रहते हैं वो, जिन्हें सब याद रहता है.. *****✍️गीता
संघर्ष ही विजय है, ये वो पथ है ज़िन्दगी का, जिसमे,सदा जय ही जय है विजय है मंज़िल अगर, संघर्ष ही रास्ता है इस जीवन…
सब्र करें,और सब्र की कद्र करें ये रास्ता कठिन है लेकिन, ये दास्तां है विजय की सदा ही जय हो सब्र की *****✍️गीता
दर्द से ही उपजे कविता, ये तो सबने ही जाना दर्द में भी हंस सके जो, उसे ज़माने ने माना *****✍️गीता
जो हरदम काम करे, तनिक भी ना आराम करे वो दिल ही तो है, ख़ुश रखना उसे सर्वदा, औरों का हो, या हो अपना.. *****✍️गीता
सावन पर इतना सन्नाटा, ना देखा पहले कभी क्या हुआ, ये क्यूं हुआ, कहां चले गए सभी सावन सूना सा है, कवियों कलम उठालो फ़िर…
जब चारों ओर अंधेरा हो, किसी डर ने आपको घेरा हो छोड़ के उस डर को, आगे की जीत का सोचो जो ख़्वाब सजाए थे…
जिस वतन का खाना खाते हो, डाल के अपनी थाली में आज उसी वतन के हित की खातिर, उसी वतन की मिट्टी के, दीए जलाना…
शस्त्र उठा लो अब सीते, श्री राम नहीं आएंगे करनी होगी खुद अपनी रक्षा, श्री रघुनाथ नहीं आएंगे शस्त्र उठा लो हे द्रौपदी, श्री श्याम…
मेरा नाम बाबूजी ने, बड़े लाड से रखा था बेला…… मेरे जन्म पर एक पौधा भी रोपा था, बेला का….. बेला के फूल की तरह,…
किसी का कोई हमसफ़र, कहीं खो जाए अगर तो ज़िन्दगी की ख़ुशी के लिए, उसे ढूंढ़ कर ले आएं घर गलती किसकी है, किस से…
*****हास्य-रचना***** परदेस में कहते हैं मेरा बेटा प्यार में है युवा हो गया है.. किसी के प्यार में पड़ गया भारत में कहेंगे, सुनती हो..…
ज़िन्दगी मोहब्बत के बिना, नहीं चलती है एक साथी है जरूरी, ना हो किसी का कोई, हमसफ़र, तो उसकी कमी खलती है हमसफ़र की आंखों…
झरने झर-झर बह रहे थे, समीर के शोर कुछ कह रहे थे कितना आनन्द आता होगा उन्हें, जो यहां पे रह रहे थे ये सोचती-सोचती…
तस्वीर में नाचती थी वो, रात को घुंघरू बजते थे गीली मिलती थी दीवार सदा, उसके आंसू उसे भिगोते थे चूल्हे पे बनाती रोटी मां,…
पनघट से पानी लाती नारी की तस्वीर सजाली कमरे में, उस रईस ने ये कभी ना सोचा, ये कौन से गांव की है । *****✍️गीता
वो तस्वीर बिक गई, कई हज़ार में साहब, जिसमें एक गरीब का बच्चा, देखे था सुहाने ख्वाब । *****✍️गीता
आज वो नज़र चुराए बैठे हैं, जज़्बात अपने छिपाए बैठे हैं, हमसे छिपा ना पाएंगे जज़्बात लेकिन, जाने क्यूं शर्त लगाए बैठे हैं .. *****✍️गीता
अपने ही गिराते हैं, इस दिल पे बिजलियां गैर तो हल्का सा धक्का लगने पर भी, माफ़ी मांग लिया करते हैं । *****✍️गीता
*******हास्य – रचना******* वो बाहर आना चाहता था, पर कुछ था.., जो उसको रोकता था कोई तो था.., जो उसको टोकता था कोरोना काल में…
विद्यालय से अवकाश लेकर, हमने बहुत आराम किया सारे ताम-झाम से मुक्ति लेकर, कल, ना कुछ भी काम किया बचपन की एक सखी से, दूरभाष…
शरद पूर्णिमा का चांद आया झिलमिल सितारों को लिए, खीर भी बनाई है कल चाव से सब खाएंगे, वो अमृत-रस बरसाएगा सौभाग्य देकर जाएगा सुन्दर…
रंग दो अपने दिलों को, कुछ इस कदर प्यार से कि जैसे रंगा हो आसमां, शाम की बहार से ना कोई द्वेष हो मन में,…
कागज़ की कश्ती चलती थी कागज़ का जहाज़ भी उड़ता था, थे अमीर बहुत तब हम, वो बचपन कितना, अच्छा था सखियों संग ,उपवन में…
इस भ्रामक दुनियां में, बनूं आशा की किरण अन्दर ही अन्दर आहत हुई, फ़िर भी मैं, मुस्काती हूं कोमल हूं, कमज़ोर नहीं हूं, खुद को…
भाग्य भरोसे भूल से, नहीं बैठना है मनुज प्रभु भी करते हैं, उनकी ही मदद जो अपनी मदद, आप, किया करते हैं.. यहां “आप” शब्द…
कर्म ही जीवन का सार, कर्म ही प्राणों का आधार कर्म करते हुए हो इच्छा, सौ वर्ष तक जीने की कर्म नहीं तो इस दुनियां…
काव्य-गोष्ठी का हुआ, कार्यक्रम, शानदार सावन का धन्यवाद है, आयोजन किया है पहली बार सावन कवि सतीश जी ने, लिया संचालक भार कविताओं की गूंज…
मुखौटे लगा कर, आए हैं कुछ लोग महफ़िल में आज का, मज़मून क्या है.. *****गीता
कभी सुख,कभी दुख यही देती है ज़िन्दगी स्वर्ग यहीं है, नर्क यहीं है, ऊपर, नभ में कुछ नहीं है ये धरा है , माया नगरी,…
Please confirm you want to block this member.
You will no longer be able to:
Please note: This action will also remove this member from your connections and send a report to the site admin. Please allow a few minutes for this process to complete.